बिहार के किशनगंज जिले में नेपाल से आए जंगली हाथियों ने भारी तबाह मचा रखी है। शुक्रवार को दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के मूलाबाड़ी, डोरिया और आसपास के सीमावर्ती गांवों में हाथियों का झुंड मक्के की फसलों को नष्ट कर रहा है और खेत से निकलकर सड़क पर पहुंच गया है। करीब 5-6 की संख्या में हाथियों के झुंड ने उत्पात मचा रखा है।
शुक्रवार को धनतोला, मुलाबारी और अन्य सीमावर्ती गांवों में जंगली हाथियों को सड़क पर देखा गया। हाथियों को देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। जहां लोगों के घरों को तोड़ते हुए किसानों के फसलों को लगातार बर्बाद किया जा रहा है, जिससे किसानों का लाखों का नुकसान हो गया है। दिन के उजाले में हाथियों के इस तरह से गांव में घुसकर उत्पाद मचाने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
प्रभावित किसानों में सखीलाल, मोहम्मद माफिक, मो. मुश्फिक, तबस्सुर आलम, विशांत लाल, अंतिम कुमार आदि शामिल हैं। किसानों के अनुसार, हाथियों ने कई बीघा खेतों में खड़ी मक्के की फसल को नष्ट कर दिया है। इससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित किसानों ने प्रशासन से हाथियों को रोकने और नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है।
वन विभाग को घटना की सूचना दे दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब तक प्रशासन और वन विभाग की टीम के द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हाथियों को भगाने के लिए कोई पुख्ता कदम उठाने से इस तरह से नुकसान उन्हें नहीं उठाना पड़ता। लोग भयभीत होकर रहने में मजबूर हैं।