मॉरीशस में मोदी के सम्मान पर झूमा हरिगांव

अफ्रीका के दक्षिण पूर्व तट पर हिंद महासागर के खूबसूरत द्वीप समूह मॉरीशस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले सम्मान और भोजपुरी में उनके संवाद पर भोजपुर के हरिगांव के लोग खुशी से झूम उठे। गांव के लोगों ने एक-दूसरे को अबीर लगा अपनी खुशी का इजहार किया।मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चन्द्र राम गुलाम के पूर्वज इसी गांव से गिरमिटिया मजदूर के रूप में लगभग 160 साल पहले मॉरीशस गए थे।
मंगलवार को मॉरीशस के 57वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हुए। उन्हें मॉरीशस में देश के सर्वोच्च सम्मान से भी सम्मनित किया। जिसके बाद हरिगांव गांव में उनके वंशजों के घर होली और दीपावाली की तरह जश्न का माहौल बन गया।
पंचायत के मुखिया विजय शंकर चौबे सहित गांव के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नवीन चंद्र राम गुलाम और उनके दादा मोहित राम गुलाम की तस्वीर पर अबीर-गुलाल लगाते हुए आपस में भी अबीर की होली खेली।
मोहित राम गुलाम की पांचवी पीढ़ी के वंशज और मॉरीशस के प्रधानमंत्री के रिश्ते में खुद को भतीजा बताने वाले संतोष कुमार सिंह कहते हैं कि मॉरीशस के राष्ट्रपिता सर शिवसागर राम गुलाम ने मॉरीशस की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उनके परिवार का सरकार से आग्रह है कि जिस तरह उनकी मूर्ति पटना के एक्जिविशन रोड चौराहे पर लगी है, ठीक उसी तरह की मूर्ति उनके पैतृक गांव हरिगांव में सरकार को लगानी चाहिए।
गांव के संतोष कुमार सिंह, हरिशंकर सिंह, लालबाबू सिंह सुशील कुमार सिंह, अरूण कुमार वर्ष 2008 में मॉरीशस के प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. नवीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गांव आए थे।उन्हें उम्मीद है कि इस बार पीएम मोदी उन्हें जब भारत आने के लिए आमंत्रित करेंगे, तो वे उनके साथ अपने पूर्वजों के गांव एक बार फिर आएंगे।
गौरतलब है कि बुधवार को पीएम मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया। पीएम मोदी ने इस सम्मान को दोनों देशों (भारत और मॉरीशस) के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के प्रति श्रद्धांजलि बताया।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नेता हैं। यह सम्मान भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को वेलिडेट करता है।
सम्मान मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा, मॉरीशस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने के लिए मैं हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। यह सिर्फ मेरा सम्मान नहीं है। यह 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के प्रति श्रद्धांजलि है। उन्होंने आगे कहा कि अपनी कड़ी मेहनत से इन लोगों ने मॉरीशस के विकास में एक सुनहरा अध्याय लिखा।

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