


भारतीय अस्पताल संघ के संस्थापक रणधीर कुमार सिंह ने अपने सदस्यों के साथ गेटवे अस्पताल से उनके दर्द को समझा किया वहां मौजूद डॉक्टर राहुल राज सिंह से घटना के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त किया घटना को अंजाम देने वाली महिला जेवा खान और उनके द्वारा बुलाए गए 40 से 50 की संख्या में सामाजिक तत्व ने जमकर बवाल काटा था उनका एक मकसद था कि मरीज ठीक हो गया है अस्पताल का पैसा नहीं देंगे और मांगने पर उनके साथ मारपीट करेंगे जेवा खान की हरकत ने भारतीय अस्पताल संघ को झकझोर छोड़ दिया जेवा खान अपने नतनी के इलाज के लिए गेटवेल अस्पताल आए थे नतनी की तबीयत ठीक होने के बाद भी जेवा की नियत ठीक नहीं हुई | क्योंकि भारतीय अस्पताल संघ के पास निति /नियत/ईमानदारी को ठीक करने के लिए भारत में कोई कोई अस्पताल नहीं है | घंटों बातचीत की अस्पताल के राजा बाजार पिलर नंबर 52 के ठीक सामने स्थित है यह अस्पताल डॉक्टर शिवनारायण सिंह जो बिहार के गरीबों के मसीहा के नाम से मशहूर हुआ करते थे जिनको देखकर अच्छे खासे बीमार और पीड़ित मरीज भी ठीक हो जाते थे बाबू शिव नारायण सिंह का जो सपना था वह सपना को गेटवेल अस्पताल वास्तव में साकार कर रहे हैं यह अस्पताल गरीबों के लिए लाचार और पीड़ित के लिए सुगमता से के साथ इलाज करते हैं इतना ही नहीं यदि आपके पास में एक भी रुपए नहीं हो तो आप इस अस्पताल में जाकर अपने मरीज को भर्ती कर सकते हैं पैसे के वजह से आपके मरीजों का इलाज रोक नहीं जाएगा आपका मरीज ठीक हो जाता है तो आप उनको पैसे जमा कर देते हैं लेकिन कुछ सामाजिक तत्वों द्वारा गेटवेल अस्पताल को दिन प्रतिदिन टारगेट कर रहा है इसके पीछे कोई जरूर षड्यंत्र है इस षड्यंत्र को समझना होगा कुछ यूट्यूबर भी इस अस्पताल बारे में गलत माहौल फैलाते हैं
भारतीय अस्पताल संघ ने गहन जांच कर जेवा खान आसपास के लोगो के नियत को ग़लत करार दिया है