जिले में छतौना के दिवंगत आर्मी के जवान पवन पंडित का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर के बाद गांव आया। राजनीतिक कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और सैकड़ों नर-नारी का हुजूम सबेरे से ही उनके आवास तथा इर्द-गिर्द जमे हुए थे। वे सभी अपने वीर सपूत के अंतिम दर्शन के लिए इंतजार कर रहे थे। दिन के तीन बजकर 20 मिनट पर इनका पार्थिव शरीर गांव आया। इनके साथ लगभग डेढ़ किलोमीटर का सैकड़ों बाइक सवार के हाथों में तिरंगा लिए काफिला था। यह काफिला आरसीएस कॉलेज मंझौल से ही साथ हो गया। वहां अपने प्रिय जवान के लिए घंटों इंतजार किया। शहीद पवन अमर रहे, भारत माता की जय के गगनभेदी नारों से वातावरण गूंजायमान हो रहा था। इसका नेतृत्व अभाविप नेता कन्हैया कुमार कर रहे थे। सर्वप्रथम बंद बक्सा में इनका पार्थिव शरीर इनके पैतृक आवास पर कुछ क्षणों के लिए रखा गया। इनके पार्थिव शरीर के रखने के साथ ही स्वजनों की करूण चीत्कार से वातावरण गमगीन हो गया। उसके बाद इनका पार्थिव शरीर पंचायत भवन परिसर लाया गया। यहां सर्वप्रथम जबलपुर से साथ आये सेना के जवान हवलदार एन के वर्मा, हवलदार विकास बेन ने राष्ट्रीय ध्वज पार्थिव शरीर पर प्रदान कर श्रद्धांजलि दी।
उसके उपरांत स्थानीय विधायक सूर्यकांत पासवान, पूर्व विधायक रामविनोद पासवान, प्रजापति समन्वय समिति के सदस्यों ने विधायक प्रत्याशी रामशंकर पासवान, मुखिया प्रतिनिधि ई रंजीत कुमार पमपम, जिप प्रतिनिधि डॉ. राजेन्द्र शर्मा, सरपंच शांति देवी, पूर्व मुखिया महेन्द्र महतो, जय जय राम महतो, सहित कई अन्य ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सिमरिया घाट पर सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।