पद्मभूषण से सम्मानित थी शारदा सिन्हा
छठ पर्व के लिए गाए गीतों ने शारदा सिन्हा को लोक गायकी के सबसे दिग्गजों में शामिल किया। शारदा सिन्हा बीते कई दिनों से बीमार थीं और अस्पताल में उनका इलाज जारी था। पति की मौत के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई थी और ठीक एक महीने बाद ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 72 साल की उम्र में शारदा सिन्हा की ने अंतिम सांस ली। सौ से ज्यादा गानों में शारदा सिन्हा ने अपनी आवाज का जादू चलाया। शारदा सिन्हा को संगीत में उनके योगदान के लिए हर कोई याद करेगा। भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।
इस गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं शारदा
बता दें, शारदा सिन्हा साल 2017 से मल्टिपल माइलोमा (ब्लड कैंसर) का शिकार हुईं। लंबे समय से वो कैंसर से जूझ रही थीां। उन्हें 25 अक्तूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैंसर स लंबी लड़ाई लड़ते हुए उनका निधन हुआ। 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति बृजकिशोर सिन्हा का भी ब्रेन हैमरेस से निधन हुआ था।