
पटना। संवाददाता – बरदान न्यूज
बिहार की धरती आज एक बार फिर आस्था और श्रद्धा से सराबोर हो उठी। लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर पूरे राज्य के घाटों, तालाबों और नदियों के किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों की संख्या में व्रती महिलाओं और पुरुषों ने आज शाम अस्ताचलगामी सूर्य भगवान को अर्घ्य अर्पित किया।
गंगा तट से लेकर गांवों के छोटे तालाबों तक छठ गीतों की मधुर गूंज सुनाई दी — “कांचा ही बांस के बहंगिया…” और “उग हो सूरज देव…” जैसे गीतों ने पूरे वातावरण को भक्ति से भर दिया। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजे फल, ठेकुआ, नारियल और पांच तरह के फल से सजी डाली लेकर घाटों पर पहुंचीं।
पटना, गया, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, शिवहर, सीतामढ़ी और दरभंगा समेत सभी जिलों में प्रशासन ने सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतज़ाम किए थे। घाटों पर एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय पुलिस बल तैनात रहे ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कल प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ यह चार दिवसीय पर्व संपन्न होगा। माना जाता है कि छठी मइया की पूजा से परिवार में सुख-समृद्धि और संतान की रक्षा होती
