
प्रसव बढ़ाने के विशेष प्रयास का परिणाम है
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार व उत्तम चिकित्साकीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश के क्रम में जनपद प्रशासन के निर्देशन और प्रेरणा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई में एक महत्वपूर्ण चिकित्सा सेवा के अंतर्गत त्रिगुणी प्रसव, यह एक दुर्लभ और विशेष प्रसव था, जिसमें तीन स्वस्थ बच्चों का जन्म हुआ। प्रसूता राजकुमारी देवी का सफल नॉर्मल प्रसव कराया गया, जिसमें तीन स्वस्थ बच्चों का जन्म हुआ। जनमानस को उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के शासन के निर्देश के अनुपालन में जिलाधिकारी शैलेष कुमार ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए विशेष जोर दिया था। उन्होंने सभी डॉक्टर्स,स्वास्थ्य कर्मियों को संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने और महिलाओं को सुरक्षित प्रसव सेवाओं के प्रति जागरूक करने हेतु प्रेरित किया था। विगत दिनों विकासखंड औराई सभागार में आशा, एएनम के कार्य संवर्धन कार्यक्रम में भी डीएम ने संस्थागत प्रसव को बढ़ाने पर बल दिया था। प्रसूता राजकुमारी देवी पत्नी योगेश कुमार,उम्र 34 वर्ष, रहवासी धोढवा, नेवादा,औराई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई में आकस्मिक स्थिति में प्रसव पीड़ा शुरू होने पर आशा के माध्यम से लाया गया। स्वास्थ्य टीम द्वारा पहले बच्चे का प्रसव एम्बुलेंस में ही कराना पड़ा, उसके बाद डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने उन्हें तुरंत प्रसूति वार्ड में भर्ती कराया और आवश्यक चिकित्सकीय देखभाल प्रदान की। प्रसव के दौरान कुशल चिकित्सकीय प्रबंधन और सावधानीपूर्वक निगरानी में 6 मिनट में प्रसूता राजकुमारी ने सफलतापूर्वक 3 पुत्रों को जन्म दिया। जिसमें दो शिशु स्वस्थ हैं और तीसरे को कम वजन के कारण नियमित चिकित्सकीय जांच के लिए नवजात शिशु इकाई एस एन सी यू भदोही में रखा गया है। राजकुमारी देवी की स्थिति स्थिर है और वह पूरी तरह से चिकित्सकीय देखभाल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदोही स्थित एस एन सी यू पर हैं। डॉक्टरों के अनुसार, उनका शरीर प्रसव के बाद सामान्य रूप से ठीक हो रहा है। इस सफल प्रसव को कराने में सर्जन व चिकित्सा अधीक्षक डॉ कृष्णा दूबे,डॉ राजीव पांडेय बाल रोग विशेषक,महिला चिकित्साधिकारी डॉ आशा वर्मा, डॉ सुमन ,नर्सिंग स्टाफ स्नेहा, सुनीता, हेमा, सोनी, नीलम ,आशा गायत्री देवी,एएनएम शकुंतला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिशुओं के पिता योगेश और परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ के प्रयासों व प्रशासन की सराहना की और खुशी जताया कि माँ और बच्चे सुरक्षित हैं। प्रसूता को जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत रुपए 1400 प्रदान किया गया। तीनों शिशु के जन्म पंजीकरण के पश्चात बर्थ सर्टिफिकेट बना लिया गया हैं। जच्चे-बच्चे को जल्द ही पोषण पोटली, बेबी किट व अन्य सामग्री निःशुल्क प्रदान की जाएगी। यह मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई की कुशल सेवाओं और आपातकालीन प्रसूति देखभाल की क्षमता को दर्शाता है। इस सफल प्रसव से समुदाय में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विश्वास और मजबूत हुआ है। स्वास्थ्य टीम के प्रयासों से प्रसव प्रक्रिया सुरक्षित और सुचारु रूप से पूरी हुई। इस सफल प्रसव ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और स्वास्थ्य टीम की क्षमता को प्रदर्शित किया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें। स्वास्थ्य टीम की क्षमता वृद्धि के लिए प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई में सफल व सुरक्षित त्रिगुणी प्रसव स्वास्थ्य टीम की क्षमता और समर्पण का प्रमाण है। आगे भी स्वास्थ्य विभाग इस तरह के प्रयासों को जारी रखेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर काम करेगा।