राजगीर महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में

राजगीर महोत्सव 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं। 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस भव्य सांस्कृतिक आयोजन को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को समाहरणालय के सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने की। उन्होंने कहा कि राजगीर महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम इस वर्ष भी आईसीसी एवं हॉकी मैदान के समीप स्थित खाली भूखंड पर आयोजित किया जाएगा। ऐसे में विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है, ताकि आयोजन में किसी प्रकार की कमी न रहे।
बैठक के दौरान डीडीसी ने मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था, विधि-व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा, प्रकाश व्यवस्था, प्रचार-प्रसार और खाद्य एवं व्यंजन मेले की तैयारी की विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त की।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि राजगीर महोत्सव जिले की प्रतिष्ठा से जुड़ा आयोजन है, इसलिए सभी विभाग अपनी तैयारी समय से पूरा करें। महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस वर्ष भी पारंपरिक रूप से महिला महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही सद्भावना मार्च, तांगा सज्जा और पालकी प्रतियोगिता जैसे आकर्षक कार्यक्रम भी होंगे। डीडीसी ने कहा कि इन कार्यक्रमों की तैयारी मौके पर जाकर भी निरंतर समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने मेले की साफ-सफाई, पेयजल उपलब्धता, अस्थायी शौचालयों की संख्या और उनकी नियमित निगरानी पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में कहीं भी जलजमाव या गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। इसके लिए नगर परिषद एवं संबंधित एजेंसियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीडीसी ने जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) राहुल सिन्हा से वाहन पार्किंग, जनसुविधा व्यवस्था और सुगम यातायात के प्रबंधन की विस्तृत रिपोर्ट ली।डीटीओ ने बताया कि आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पार्किंग स्थल चिह्नित कर लिए गए हैं और यातायात को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की योजना तैयार है।बैठक में यह भी बताया गया कि राजगीर शहरी क्षेत्र के सभी प्रमुख होटल, धर्मशालाएं और निजी भवन इस बार विशेष रोशनी से सजाए जाएंगे।
डीडीसी ने ऊर्जा विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मेला अवधि में निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी रहे, ताकि कोई असुविधा न हो।समीक्षा बैठक में एडीएम आपदा प्रबंधन, डीईओ, डीटीओ, डीपीओ आईसीडीएस, डीपीएम हेल्थ, डीपीएम जीविका, डीपीआरओ, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी और जिला कल्याण पदाधिकारी समेत कई विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने दायित्वों के अनुरूप तैयारी की स्थिति प्रस्तुत की और महोत्सव को सफल बनाने का आश्वासन दिया। इस व्यापक समीक्षा के बाद यह स्पष्ट है कि राजगीर महोत्सव इस साल भी रोशनी, संस्कृति और परंपरा का अनोखा संगम पेश करेगा।

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