गंगा नदी के रास्ते भारत भ्रमण पर आए 51 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई सैलानी डोनाल्ड सेम्स की क्रूज यात्रा के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। यह हादसा मुंगेर के बबुआ गंगा घाट पर हुआ, जब वह कोलकाता से पटना की यात्रा पर निकले क्रूज में सवार थे। जानकारी के मुताबिक, 10 फरवरी को कोलकाता से पटना की ओर पैडो क्रूज से यात्रा कर रहे डोनाल्ड सेम्स की रात में अचानक तबीयत खराब हो गई। क्रूज के स्टाफ ने तुरंत स्थानीय पुलिस प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद उन्हें शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी मृत्यु सामान्य कारणों से हुई, जो अधिक उम्र की वजह से हो सकती है। मृतक डोनाल्ड सेम्स की पत्नी एलेस और ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने प्रशासन से अनुरोध किया कि उनका अंतिम संस्कार मुंगेर में ही ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार किया जाए। बताया जा रहा है कि डोनाल्ड सेम्स का भारत से गहरा लगाव था। उनकी वसीयत में भी यह स्पष्ट रूप से लिखा था कि मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार भारत में ही किया जाए।
डोनाल्ड सेम्स के भारत से जुड़े रहने की वजह उनके परिवार की पृष्ठभूमि थी। उनकी पत्नी एलेस ने बताया कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान उनके पति के पिता असम में ब्रिटिश सेना में अधिकारी थे। इसी कारण डोनाल्ड सेम्स 12 बार से अधिक भारत आ चुके थे और खासतौर पर असम की यात्राएं करते रहते थे।
ईसाई रीति-रिवाज से किया गया अंतिम संस्कार
जिलाधिकारी के आदेश पर मजिस्ट्रेट की निगरानी में चर्च के पादरी की उपस्थिति में पूरे ईसाई रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार कराया गया। डोनाल्ड सेम्स के पार्थिव शरीर को शहर के चूरम्बा स्थित ईसाई कब्रिस्तान में दफनाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी एलेस और क्रूज यात्रा के अन्य ऑस्ट्रेलियाई सैलानी भी मौजूद रहे।
डोनाल्ड सेम्स के अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद उनकी पत्नी और अन्य ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों ने मुंगेर जिला प्रशासन का आभार जताया। उन्होंने प्रशासन की तत्परता और संवेदनशीलता के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह अनुभव उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा।