रांची। राज्य में 31 मार्च 2026 के पहले अग्निशमन विभाग को केंद्र से मिले 148 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। यह 14वें वित्त आयोग से मिली हुई राशि है। इस राशि से 11 नए अग्निशामालय, एक राज्य स्तरीय ट्रेनिंग सेंटर और एक राज्य स्तरीय अग्निशमन नियंत्रण कक्ष बनेगा।
इसके अलावा फायर ब्रिगेड, छोटे फायर टेंडर, मोटरसाइकिल फायर टेंडर की खरीददारी भी की जाएगी, जिससे गर्मी के मौसम में लोगों को काफी मदद मिलेगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि शहर की तंग गलियों में आग लगने पर तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया जा सके। वर्तमान में झारखंड अग्निशमन विभाग के कई अग्निशामालय किराए के मकान में चल रहे हैं। नए अग्निशामालय बनने से विभाग के अपने भवन में संचालित किए जा सकेंगे। सहमति
- राज्य में ऊंचे भवनों में आग लगने पर रेस्क्यू अभियान चलाने के लिए तीन नए हाईड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदने पर गत वर्ष ही सहमति हो गई थी। तब भारत निर्मित हाईड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदने पर विचार बना था।
- बाद में उसकी समीक्षा हुई तो पता चला कि उक्त हाईड्रोलिक प्लेटफार्म भले ही सस्ता था, लेकिन किसी काम के लायक नहीं था। जिन राज्यों में इनका प्रयोग किया जा रहा था, वहां से संतोषजनक रिपोर्ट नहीं मिली।
इसके बाद देश में बेहतर प्रदर्शन करने वाले हाईड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदने पर सहमति बनी। मंथन के बाद विभाग अब फिनलैंड की कंपनी ब्रोनटोस स्काई लिफ्ट कंपनी के हाईड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदने जा रहा है