
संवाददाता — पटना।
डिजिटल अपराध के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में सायबर एक्सपर्ट नेहाल ने एक बार फिर साइबर अपराधियों की कमर तोड़ दी है। उनकी अगुवाई में चले विशेष डिजिटल जांच और ट्रैकिंग अभियान के तहत 5000 से अधिक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कराया गया है।
ये सभी अकाउंट्स फर्जी लोन, सेक्सटॉर्शन, डिजिटल ब्लैकमेलिंग और ऑनलाइन ठगी जैसे अपराधों में संलिप्त थे। खास बात यह रही कि अपराधियों ने पंचायत स्तर तक नेटवर्क फैला रखा था, जहाँ वे सरकारी योजनाओं और पंचायत कार्यालयों के नाम पर भोली-भाली जनता को धोखे के जाल में फंसा रहे थे।
सायबर एक्सपर्ट नेहाल ने आधुनिक डिजिटल टूल्स और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग तकनीक की मदद से इन फर्जी खातों की पहचान की और प्रमाणों के साथ संबंधित प्लेटफ़ॉर्म्स — फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, टेलीग्राम आदि को रिपोर्ट भेजी। इन रिपोर्ट्स पर तत्परता दिखाते हुए प्लेटफ़ॉर्म्स ने इन अकाउंट्स को स्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया।
निहाल ने कहा,
“साइबर अपराध अब केवल तकनीकी नहीं, बल्कि सामाजिक खतरा बन चुका है। यह आम लोगों की पहचान, गोपनीयता और वित्तीय सुरक्षा को सीधे प्रभावित करता है। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक बनाना और डिजिटल टूल्स को सुरक्षित करना है।”
सायबर अपराध के खिलाफ इस बड़ी उपलब्धि ने अपराधियों को झटका देने के साथ ही आम नागरिकों को भी एक स्पष्ट संदेश दिया है कि डिजिटल जागरूकता ही सुरक्षा की सबसे बड़ी कुंजी है।
अंत में सायबर एक्सपर्ट नेहाल ने लोगों से अपील की कि —
“किसी भी तरह के फर्जी ऑफ़र, लिंक या संदिग्ध संदेशों से सावधान रहें। किसी भी साइबर ठगी या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।”
