28 यूट्यूब चैनलों पर प्रशासन की तिरछी नजर

ईओयू की साइबर सेल रख रखी इंटरनेट मीडिया पर भी नजर

बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ, जातिवादी एवं द्विअर्थी गीत पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे दोषियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। अभी तक बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने ऐसे दस मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की है।
बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार ने भी भड़काऊ एवं जातिवादी गीत पोस्ट के विरुद्ध आगाह करते हुए कहा है कि इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, जो इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर भड़काऊ जातिवादी गीत पोस्ट करते हैं।
इस तरह के कृत्य को चुनावी राज्य में शांति भंग करने और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का प्रयास मानकर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के दिशा-निर्देश बहुत स्पष्ट हैं। चुनाव आयोग ने भी राजनीतिक दलों को एआइ-जनित सामग्री के जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग की सलाह जारी की है।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) का साइबर सेल फेसबुक, यूट्यूब, एक्स, इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म की निगरानी कर रहा है। इसके लिए विशेष सेल का गठन किया गया है। इसके नोडल पदाधिकारी डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लों को बनाया गया है। ईओयू के अनुसार, साइबर सेल ने इस संबंध में अब तक दस प्राथमिकी दर्ज की है।
भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई के लिए आइटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत 53 स्टेशन डायरी प्रविष्टियां भी दर्ज की गई हैं। अब तक 16 से ज्यादा आपत्तिजनक सामग्री हटाई जा चुकी है। इसके अलावा दर्जनों आपत्तिजनक पोस्ट को चिह्नित कर हटाने के लिए संबंधित इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म को प्रस्ताव भेजा गया है।
ईओयू के अनुसार, आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर 135 प्रोफाइल और इंटरनेट मीडिया हैंडल्स की पहचान की गई है, जिन्हें लगातार निगरानी में रखा गया है। इनमें 28 यूट्यूब चैनल, 77 इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल और 40 हैंडल्स शामिल हैं।
किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक, भ्रामक या आचार संहिता उल्लंघन से जुड़ी पोस्ट, वीडियो आदि मिलने पर सोशल मीडिया ग्रुप, प्रोफाइल, चैनल आदि के एडमिन या सक्रिय सदस्यों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
जिन हैंडल्स या प्लेटफार्म पर बार-बार भ्रामक या आपत्तिजनक पोस्ट की जा रही है, उन्हें वाचलिस्ट में रखा गया है, ताकि अगली बार किसी भी तरह की गलत पोस्ट करने पर तुरंत ब्लाक करने की कार्रवाई की जा सके।

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