आरा। भोजपुर जिले में जिला परिवहन पदाधिकारी पर बालू का ट्रक छोड़ने के मामले में अवैध राशि लिए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है। यह मामला इस वर्ष के जनवरी का बताया जा रहा है।
इसकी जानकारी मिलते ही डीएम ने पूरे मामले की जांच के लिए टीम बनाने का निर्देश दिया है। शनिवार की शाम तक जांच टीम बनाने संबंधी पत्र निकलने की संभावना है।
जनवरी में कुलहड़िया टोल प्लाजा के समीप से जुड़ा हुआ है। उस समय मोतिहारी जिले के ट्रक मालिक अमित कुमार का ट्रक टोल प्लाजा से पार हो रहा था।
खनन विभाग के नियम का हवाला देकर जिला परिवहन पदाधिकारी पर 1.24 लाख रुपये अवैध ढंग से लेने का आरोप लगाते हुए जिला ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने कोईलवर थाने में आवेदन दिया था।
आवेदन में आरोप लगाया गया है कि 24 हजार रुपये लिए गए थे और एक लाख स्कैनर तथा यूपीआइ के माध्यम से लिए गए थे।
इसे लेकर अजय ने जिला मुख्यालय से लेकर राज्य मुख्यालय तक के वरीय पदाधिकारियों को आवेदन दिया था।
इस मामले में कोईलवर थाने में प्राथमिकी हुई है, जिसमें बताया गया कि जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की हरी झंडी दे दी है।
डीटीओ के कारण पूरा प्रकरण कलेक्ट्रेट से जुड़ा हुआ है। प्राथमिकी होने की सूचना मिलने के बाद डीएम ने पूरे मामले के संबंध में एसपी से जानकारी ली और जांच पड़ताल कराने का निर्णय लिया। जांच टीम में उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों को रखने का फैसला किया है।
इस मामले पर डीटीओ रवि रंजन ने बताया कि यह आरोप पूरी तरह से भ्रामक और गलत है। फंसाने की नीयत से ऐसा गलत आरोप लगाया गया है।
ऑनलाइन राशि किसके खाते में गई जांच से होगा उद्भेदन
जिला परिवहन पदाधिकारी पर लगाए गए संदिग्ध आरोप मामले की पूरी तरह से जांच के बाद पता चलेगा कि आरोप सही है या गलत।
अजय कुमार के द्वारा आरोप लगाया गया है कि किसी हकीकत कुमार और सीमा कुमारी के नाम पर आनलाइन एक लाख रुपये की राशि 14 जनवरी 2025 की रात को भेजी गई है।
जांच टीम अब पता लगाएगी की हकीकत कुमार और सीमा कुमारी कौन हैं और इनका जिला परिवहन कार्यालय से किस प्रकार का संबंध है या वह किसी पदाधिकारी-कर्मचारियों के रिश्तेदार हैं।
किसी से संबंध स्थापित होने के बाद आरोप सही भी हो सकता है, परंतु यदि किसी से सीधा जुड़ाव न होने पर आरोप गलत भी हो सकता है।
जिला परिवहन पदाधिकारी पर अवैध ढंग से राशि लेने के संदिग्ध मामले की जानकारी शुक्रवार की देर शाम मिली है। इस मामले में जिला स्तरीय टीम का गठन कर पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।