पहले भी शराब तस्करी में पकड़ा गया है रवि किशन
आरा। आरा में शराब तस्करी करते एक फर्जी दारोगा को शनिवार को उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया। फर्जी दारोगा पूरे टशन में सफारी कार में आरा से छपरा की ओर जा रहा था।
कायमनगर में चेकिंग कर रहे उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर राहुल दुबे ने कार को रोका तो हावभाव से उन्हें शक हुआ। वर्दी में देख उत्पाद इंस्पेक्टर ने फर्जी दारोगा से पहचान पत्र मांगा। इससे वह सकपका गया और गाड़ी लेकर भागने लगा।
थोड़ी दूर जाने पर उसकी कार पिकअप वैन से टकरा गई, जिसके बाद वह पकड़ा गया। इसके बाद कार के अंदर जांच की गई तो अधिकारी चौंक गए। पूरी कार शराब से भरी थी। कार से 283 लीटर शराब बरामद की गई।
इसके बाद दारोगा की वर्दी पहने शराब तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान छपरा के मिश्रवलिया जलालपुर निवासी पशुपतिनाथ के पुत्र रवि किशन पराशर के रूप में की गई। वह कई बार यूपी से शराब की तस्करी कर चुका है।
पूछताछ में उसने बताया कि एक महीना पहले बिहार पुलिस के दारोगा की वर्दी सिलवाई थी, ताकि किसी को शक नहीं हो। वह बड़े रौब से वर्दी पहनकर शराब तस्करी कर रहा था। गाड़ी के रोके जाने पर उसने उत्पाद विभाग के अधिकारियों पर भी रौब झाड़ने की कोशिश की, लेकिन पूछताछ में हकलाने लगा और पकड़ा गया।
जब्त सफारी कार में एक ट्रॉली बैग भी मिला है, जिसमें भरकर विभिन्न ब्रांड के शराब को बलिया से छपरा ले जाया जा रहा था। छापेमारी दल में अवर निरीक्षक राहुल कुमार दुबे, सहायक अवर निरीक्षक रविंद्र कुमार एवं सहायक अवर निरीक्षक श्री रवि कुमार थे।
पकड़ा गया रवि किशन आठ माह पहले भी शराब की तस्करी में ही उत्तर प्रदेश के बलिया से गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद पुलिस को झांसा देने के लिए उसने वर्दी सिलाई थी। जिसमें दो स्टार लगाकर दारोगा बन गया और उसी की आड़ में तस्करी करने लगा।
वर्दी पहने रहने के कारण उसके कार की बक्सर बॉर्डर पर भी जांच नहीं होती थी और वह आराम से शराब लाने में कामयाब हो जाता था। बताते चलें कि उत्पाद सहायक आयुक्त रजनीश कुमार के आदेश पर होली को लेकर विभाग के द्वारा गठित टीम दिन-रात चेकिंग अभियान चला रही है।