कस्तूरबा विद्यालय की सुरक्षा भगवान भरोसे उदाकिशुनगंज में कस्तूरबा विद्यालय एवं वहां रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है।

उदाकिशुनगंज में कस्तूरबा विद्यालय एवं वहां रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। विद्यालय में फिलहाल छात्राओं की संख्या 100 है। जबकि उनकी सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड की व्यवस्था नहीं हैं। गौरतलब है कि विद्यालय जिस जगह पर अवस्थित है वह बिल्कुल पहाड़ की गोद में ही बसा हुआ है। जहां सुरक्षा को लेकर लोग आशंकित रहते हैं। सूत्रों की मानें तो विद्यालय के आस पास असामाजिक तत्वों का आना जाना हमेशा होता रहता है। एक पूर्ण कालिक शिक्षिका सह महिला वार्डेन प्रतिमा कुमारी व रसोइया के जिम्मे इन सभी छात्राओं की सुरक्षा का जिम्मा है। जबकि विद्यालय में रात्रि प्रहरी का एक, शिक्षिका का तीन, रसोइया का तीन पद के विरुद्ध महज एक शिक्षिका व दो रसोइया ही कार्यरत हैं। जिनके उपर छात्राओं की सुरक्षा का जिम्मा है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अंग्रेजी और गणित विषय के शिक्षकों की कमी के कारण अव्यवस्था से बच्चों के अभिभावक नाराज है। शिकायत उन्होंने शिक्षा विभाग में की थी इसके अलावा उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में भी रखा था लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
संचालक कुमार संजय प्रताप के द्वारा 5 दिनों से बंद कर दिया गया है। जहाँ पर मियामी विद्यालय में अँधेरा छाया है। वार्डन प्रतिमा कुमारी ने बताया कि चार दिन पहले से कट गया है बिजली बिल बकाया राशि भुगतान नहीं किया गया है। लेखापाल मिताली गुप्ता मधेपुरा से रोजना आते हैं और हाजरी बना कर चले जाते हैं लेकिन कस्तुरबा आवासीय विद्यालय उदाकिशुनगंज से अनुपस्थित पाए जाते हैं । जिससे स्कूल में छात्रों को पानी के लिए छात्रों का सामना करना पर रहा है। बताया कि पिछले 4-5 दिनों से स्कूल में बिजली नहीं है, जिससे पठन-पाठन के साथ पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं स्कूल संचालक संजय कुमार प्रताप ने बताया कि स्कूल का बिजली बिल इलेक्ट्रिक है, चुकी इससे प्रतीत होता छात्रों के प्रति जागरूक नहीं है। जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा। वास्तविक बताया कि पांच महीने से बिल का भुगतान नहीं किया गया है, जिसकी वजह से बिजली कटी होगी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!